लखनऊ। उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों के हित में एक और अहम फैसला लेते हुए ज़ायद सीजन की मूंग और मूंगफली की फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदने का ऐलान किया है। यह कदम खास तौर पर लघु एवं सीमांत किसानों के लिए राहत लेकर आया है।
2 सितंबर तक चलेगी मूंग की खरीद, मूंगफली की अंतिम तिथि 29 अगस्त
प्रदेश के सभी जिलों में मूंग की खरीद 2 सितंबर 2025 तक की जाएगी, जबकि मूंगफली की खरीद 29 अगस्त 2025 तक सीमित रहेगी। इस योजना के अंतर्गत किसान अपनी उपज MSP पर बेच सकेंगे और तत्काल भुगतान प्राप्त कर सकेंगे।
प्राइस सपोर्ट स्कीम के तहत होगी खरीदी
इस खरीदी प्रक्रिया को केंद्र सरकार की “प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS)” के तहत अंजाम दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस सीजन में 50,750 मीट्रिक टन मूंगफली और 34,720 मीट्रिक टन मूंग की खरीद का लक्ष्य तय किया है।
दो केंद्रीय एजेंसियों – NAFED (नेफेड) और NCCF (नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन) को यह कार्य सौंपा गया है।
- NAFED द्वारा 24,304 टन मूंग और 35,525 टन मूंगफली की खरीदी की जाएगी।
- NCCF 10,416 टन मूंग और 15,225 टन मूंगफली खरीदेगी।
ये एजेंसियां राज्य की विपणन मंडियों और सहकारी समितियों के माध्यम से खरीद करेंगी।
जिलेवार एजेंसियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
सरकार ने खरीद के लिए जिलेवार जिम्मेदारियां तय की हैं:
- NAFED द्वारा मूंग की खरीदी: कानपुर, आगरा, वाराणसी, मथुरा, लखीमपुर खीरी, झांसी सहित 55 जिलों में
- NAFED द्वारा मूंगफली की खरीदी: इटावा, मैनपुरी, हरदोई
- NCCF द्वारा मूंग की खरीदी: बदायूं, कानपुर देहात, हापुड़, बुलंदशहर, रायबरेली, चंदौली समेत 19 जिलों में
- NCCF द्वारा मूंगफली की खरीदी: कासगंज, फ़र्रुख़ाबाद, श्रावस्ती, उन्नाव, एटा समेत 12 जिलों में
किसानों की आय बढ़ेगी, मिलेगा सुरक्षित बाजार
राज्य सरकार के इस फैसले से न केवल किसानों को MSP का लाभ मिलेगा, बल्कि उनकी आय में भी सीधा इज़ाफा होगा। दलहन और तिलहन की फसलों के लिए सुनिश्चित बाजार मिलने से किसानों को उपज बेचने में आसानी होगी।
इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को आधार कार्ड, बैंक खाता संख्या और भूमि अभिलेख के साथ नामांकन कराना अनिवार्य होगा।