ग्वालियर, मध्यप्रदेश – ग्वालियर हाईकोर्ट परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को मेला रोड पर 6 घंटे का महा उपवास रखा। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति के साथ-साथ तीखे और विवादास्पद बयान भी सुनने को मिले।
अंबेडकर विचारधारा को बताया ‘फेविकोल का जोड़’
महा उपवास कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री उमंग सिंघार, कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी सहित कई विधायक और पूर्व मंत्री मौजूद रहे। पटवारी ने कांग्रेस और बाबा साहब अंबेडकर की विचारधारा को “फेविकोल का अटूट जोड़” बताते हुए बीजेपी पर हमला बोला।
सज्जन सिंह वर्मा के तीखे बोल
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मंच से कहा कि, “ग्वालियर हाईकोर्ट में अंबेडकर जी की प्रतिमा लगाने का विरोध कुछ छुटभैया वकील कर रहे हैं, जिनके पूर्वज भी इसे नहीं रोक पाएंगे। अगर बाबा साहब की मूर्ति नहीं लगेगी, तो क्या गोडसे की प्रतिमा लगाएंगे?”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “जब तुम्हारा वक्त आए तो मोदी और भागवत की प्रतिमा लगा लेना, लेकिन आज हमें बाबा साहब चाहिए।”
बाबू जंडेल का उग्र बयान: ‘RSS को लठ मारकर भगाएंगे’
श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने अपने भाषण में विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा, “RSS के लोग बाबा साहब का विरोध कर रहे हैं। वे तिरंगे की जगह भगवा लहराना चाहते हैं। अगर ऐसा माहौल श्योपुर में बनेगा, तो हम लठ मारकर उन्हें भगाएंगे।”
पटवारी ने जताई संवैधानिक मूल्यों की चिंता
जीतू पटवारी ने मंच से कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता संविधान की रक्षा के लिए अपनी आखिरी सांस तक संघर्ष करेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि, “सीएम इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं, जो निंदनीय है।”
बीजेपी पर गंभीर आरोप: ‘विदेशी मुखबिरी और लोकतंत्र की हत्या’
पटवारी ने बीजेपी से कई सवाल पूछे:
- 12 राज्यों में सरकार क्यों गिराई?
- 500 विधायकों और 100 से ज्यादा सांसदों की खरीद-फरोख्त क्यों की?
- विदेश मंत्री अमेरिका और पाकिस्तान की मुखबिरी क्यों कर रहे हैं?
- आरएसएस ने संविधान की प्रति जलाने का प्रयास क्यों किया?
BJP ने कांग्रेस पर किया पलटवार: ‘अस्तित्व बचाने की कवायद’
बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “आज कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में है, इसलिए वह बाबा साहब अंबेडकर के नाम का सहारा ले रही है। उपवास महज एक राजनीतिक नौटंकी है।”
उन्होंने आगे कहा कि अंबेडकर की प्रतिमा के बहाने कांग्रेस केवल सियासी जमीन तलाश रही है।